
टाटा पावर रिन्युएबल एनर्जी ने महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी (MSEDCL) के लिए महाराष्ट्र के पारतुर में लगाया है। आपको बता दें कि टाटा पावर रिन्युएबल एनर्जी लिमिटेड यानी टीपीआरईएल (TPREL) देश के सबसे बड़े रिन्युएबल एनर्जी कंपनियों में से एक है जो कि टाटा पावर की सब्सिडियरी है।
कंपनी की ओर से जारी बयान के मुताबिक प्रोजेक्ट्स में 4.11 लाख मोनो क्रिस्टैलाइन पीवी मॉड्यूल्स का इस्तेमाल किया गया है। इस प्रोजेक्ट्स के शुरू होने से सालाना 23.4 करोड़ टन कार्बनडाईऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आएगी। इस प्रोजेक्ट्स को टाटा पावर की सब्सिडियरी टाटा पावर सोलर सिस्टमस ने लगाया है। इस प्रोजेक्ट्स को 600 एकड़ जमीन में विकसित किया गया है। यह प्रोजेक्ट साढ़े तीन महीने के तय समय से पहले पूरा किया गया है।
टाटा पावर के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रवीर सिन्हा ने कहा कि महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी यानी एमएसईडीसीएल (MSEDCL) प्रोजेक्ट को इतने कम समय में पूरा करना कंपनी की असाधारण क्षमता को दिखाती है। यह प्रोजेक्ट महाराष्ट्र सरकार के रिन्युएबल एनर्जी लक्ष्य को हासिल करने में मददगार साबित होगी। इससे राज्य में इस्तेमाल किए जाने वाले कुल एनर्जी में रिन्युएबल एनर्जी की हिस्सेदारी बढ़ेगी। इस नए 100 मेगा वाट सोलर प्रोजेक्ट के शुरू करने से टाटा पावर की रिन्युएबल एनर्जी क्षमता बढ़कर अब 3,620 मेगा वाट हो गई है। इसमें सोलर पावर की हिस्सेदारी 2,688 मेगा वाटजबकि विंड पावर की हिस्सेदारी 932 मेगा वाट है। टाटा पावर की कुल रिन्युएबल क्षमता 4,920 मेगा वाट है जिसमें 1,300 मेगा वाट के प्रोजेक्ट्स पर अलग-अलग चरणों में काम जारी है। (शेयर मंथन 26 मई 2022)
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