अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) की सब्सिडियरी ने 390 मेगावाट क्षमता का विंड सोलर हाइब्रिड पावर इकाई शुरू किया है। सब्सिडियरी ने यह इकाई राजस्थान के जैसलमेर में शुरू किया है। आपको बता दें कि अदानी हाइब्रिड एनर्जी अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड की सब्सिडियरी कंपनी है।
कंपनी की ओर से एक्सचेंज को दी गई जानकारी के मुताबिक भारत में यह पहला ऐसा इकाई है जहां पर विंड और सोलर हाइब्रिड पावर जेनरेशन इकाई है। यह हाइब्रिड पावर इकाई सोलर और विंड पावर जेनरेशन के जरिए इंटीग्रेट किया हुआ है। पावर के बढ़ते मांग को देखते हुए यह एक बहुत ही भरोसेमंद विकल्प है। अदानी ग्रीन एनर्जी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी निदेशक विनीत एस जैन के मुताबिक विंड-सोलर हाइब्रिड एनर्जी हमारे कारोबार रणनीति का एक अहम हिस्सा है। इसके तहत भारत की बढ़ती ग्रीन एनर्जी लक्ष्य को हासिल करना है।
जैन के मुताबिक भारत के सतत एनर्जी लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में यह हाइब्रिड इकाई काफी महत्वपूर्ण है। आपको बता दें कि अदानी बैंक के प्रोजेक्ट में यह पहला कंस्ट्रक्शन सुविधा है जिसे अंतर्राष्ट्रीय बैंक द्वारा पूरा किया गया है। कोरोना के कारण फैले वैश्विक माहामारी से उपजे इनिश्चितताओं के बीच प्रोजेक्ट का पूरा होना प्रशंसनीय है। इस पावर इकाई से उत्पादित होने वाली बिजली के लिए पावर परचेज एग्रीमेंट सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन के साथ किया गया है। इसके लिए पावर की दर 2.69 प्रतिकिलोवाट आवर निर्धारित की गई है। यह दर राष्ट्रीय स्तर के औसत पावर खरीद लागत (APPC) से भी कम है। इस नए इकाई के शुरू होने के साथ ही अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड की क्षमता 5.8 गीगा वाट हो गई है। कंपनी की 2030 तक 45 गीगा वाट एनर्जी उत्पादन का लक्ष्य है। अदानी ग्रीन एनर्जी का 20.4 गीगा वाट का रिन्युएबल पोर्टफोलियो सही रास्ते पर है। (शेयर मंथन 29 मई 2022)
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