तिमाही नतीजों के संकेत
राजीव रंजन झा
अभी तीसरी तिमाही के नतीजों का पहला हफ्ता ही गुजरा है। इसलिए इन नतीजों पर कोई अंतिम टिप्पणी नहीं की जा सकती। लेकिन शुरुआती संकेतों से एक अंदाजा तो लगाया ही जा सकता है कि वास्तव में ये नतीजे बाजार की सोच के कितने पास या उससे कितने दूर हैं।
मोटे तौर पर हमें बीते हफ्ते आईटी क्षेत्र और बैंकिंग क्षेत्र के कुछ नतीजे देखने को मिले। इनमें इन्फोसिस ने बाजार को चौंकाया, तो टीसीएस के नतीजों ने बाजार एक हद तक मायूस ही किया। लेकिन जैसा कि मैंने शुक्रवार को अपनी टिप्पणी में लिखा था, टीसीएस के नतीजों को भी एकदम से कमजोर नहीं कहा जा सकता। भले ही इन्फोसिस के नतीजों वाली चमक टीसीएस के नतीजों में न दिखी हो, लेकिन अंदरुनी मजबूती दिखाने वाली तमाम बातें इनमें जरूर रही हैं।
सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज के निदेशक बोर्ड ने आज अपनी बैठक में नयी ऑडिट समिति बनाने का फैसला किया। इस समिति का अध्यक्ष बोर्ड के सदस्य टी एन मनोहरन को बनाया गया है। मनोहरन आईसीएआई के पूर्व अध्यक्ष हैं। उनके अलावा इस ऑडिट समिति में बोर्ड के एक अन्य सदस्य सी. अच्युतन और एस बी मैनाक को शामिल किया गया है। सी. अच्युतन सिक्योरिटीज एंड अपीलैट ट्रिब्यूनल (एसएटी) के पूर्व चेयरमैन हैं।
सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज के पूर्व चेयरमैन बी रामलिंग राजू को अदालत ने 22 जनवरी तक के लिए पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया है। साथ ही अदालत ने यह भी आदेश दिया है कि रामलिंग राजू से केवल दिन में ही पूछताछ की जाये। रामलिंग राजू को चंचलगुडा केंद्रीय जेल से आंध्र प्रदेश सीबी-सीआईडी की हिरासत में भेजा जायेगा, जहां पर सीबी-सीआईडी उनसे पूछताछ करेगी।
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