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एसबीआई (SBI) : सहारे के पास, मगर हाल बेहाल

राजीव रंजन झा : भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का शेयर इस समय बड़े दिलचस्प मुकाम पर है।
यह या तो इन्हीं स्तरों से सहारा लेकर वापस एक अच्छी बढ़त पा सकता है, या फिर एक बड़ी गिरावट का शिकार बन सकता है। दरअसल मौजूदा स्तर (आठ अप्रैल 2013 का बंद स्तर 2034) के पास सहारा मिलने की उम्मीद इस वजह से बनती है कि एसबीआई ने अक्टूबर 2012 में 2058, नवंबर 2012 में 2041 और फरवरी 2013 में 2051 पर सहारा लिया था। मार्च 2013 के अंतिम हफ्ते में यह पिछले महीनों की तलहटियों को तोड़ते हुए 26 मार्च को 2027 तक फिसला था। इस तरह कहा जा सकता है कि एसबीआई अभी बीते छह-सात महीनों में बनी तलहटियों के पास ही है।
लेकिन यह मानना जरा मुश्किल है कि एसबीआई के लिए अच्छे दिन शुरू हो गये हैं। अभी इसके लिए सबसे पहली चुनौती 2097 को पार करना है, जो अगस्त 2012 की तलहटी 1815 से जनवरी 2013 के शिखर 2552 तक की उछाल की 61.8% वापसी का स्तर है। अप्रैल के पहले हफ्ते में यह इसके ऊपर 2157 तक चढ़ा, लेकिन मजबूती से टिक नहीं सका। लिहाजा अब इस संरचना में 80% वापसी के स्तर 1963 तक लुढ़क जाने में कोई आश्चर्य नहीं होगा। दरअसल अप्रैल के पहले हफ्ते में 2097 पार करने के बाद इसे 20 एसएमए के स्तर पर बाधा झेलनी पड़ी। अगली किसी उछाल में अगर यह 2157 के ताजा शिखर को पार कर भी ले तो 1815-2552 की उछाल की 50% वापसी के स्तर 2184 पर कड़ी बाधा मिलेगी। यह स्तर इसलिए और ज्यादा अहम बन जाता है कि अभी 200 दिनों का एसएमए भी इसके पास ही 2186 पर है। आखिरकार इसके लिए सबसे अहम बाधा मार्च 2013 के ऊपरी स्तर 2274 को मान सकते हैं, जहाँ इसने ताजा निचला शिखर बनाया है। गौरतलब है कि 1815-2552 की उछाल की 38.2% वापसी भी इसके पास ही 2271 पर है। जब तक एसबीआई 2274 के नीचे है, तब तक इसकी दिशा मोटे तौर पर नीचे ही रहेगी। फिलहाल तो यह 200 और 50 से लेकर 20 और 10 दिनों तक हर मूविंग एवरेज के नीचे ही है। ऐसे में 1963 क्या, 1815 भी अगला लक्ष्य बन जाये तो ताज्जुब नहीं। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 09 अप्रैल 2013)

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