विदेशी बाजार का भारतीय बाजार पर क्या रहेगा असर- शोमेश कुमार
डॉव जोंस भी निफ्टी की तरह काफी लंबा रास्ता तय कर चुका है। अब इसमें थकान उतारने के हालात बन सकते हैं। यह वैसा ही है जैसे नयी दौड़ से पहले पिछली दौड़ की थकान उतारने की कोशिश की जाती है।
डॉव जोंस भी निफ्टी की तरह काफी लंबा रास्ता तय कर चुका है। अब इसमें थकान उतारने के हालात बन सकते हैं। यह वैसा ही है जैसे नयी दौड़ से पहले पिछली दौड़ की थकान उतारने की कोशिश की जाती है।
निफ्टी और बैंक निफ्टी दोनों में लंबे समय से करेक्शन का इंतजार है। यह इंतजार लंबा खिंच रहा है। ऐसे में कारोबारियों को बाजार के खास स्तरों का ध्यान रखना चाहिये।
निफ्टी 50 के लिये अपना पिछला उच्च स्तर पार करना बेहद जरूरी है। जब ऐसा नहीं होता, तब तक बाजार के मौजूदा स्तरों से आगे जाने के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता है।
शेयर बाजार में जो मुख्य बाधा वो अभी दूर नहीं हुयी है, मगर उसके सभी जरूरी तत्व अपने स्थान पर आ चुके हैं। इससे साबित होता है कि यह बाधा जरूर दूर हो जायेगी।