टीसीएस: कम है, पर दम है
राजीव रंजन झा
कई बार कुछ कंपनियों के तिमाही नतीजों को देख कर आप सिर खुजाते रहते हैं कि ऊपर-ऊपर से आमदनी-मुनाफे के आँकड़े तो बड़े अच्छे लग रहे हैं, लेकिन अंदर से कामकाजी स्तर पर वह मजबूती नजर नहीं आ रही। सत्यम कांड के बाद ऐसे आँकड़ों को देखने के लिए बाजार कौन-सा चश्मा पहनेगा, यह अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। लेकिन कल देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने जो नतीजे सामने रखे हैं, उसमें मुझे कुछ उल्टा ही मामला दिख रहा है। यहाँ ऊपर-ऊपर आमदनी और मुनाफे के आँकड़े तो बड़े फीके लग रहे हैं, लेकिन कामकाजी स्तर पर कंपनी बेहद मजबूत नजर आ रही है।