अगले तीन साल में शेयर बाजार किस शिखर को छुएगा? वैश्विक मंदी की सुगबुगाहट के बीच यह सवाल उठना लाजमी है। भारतीय बाजार जानकार शेयर बाजार में तेजी का भरोसा जता रहे हैं।
आईसीआईसीआई डायरेक्ट के रिसर्च हेड पंकज पांडेय का मानना है कि रिजर्व बैंक की हालिया मौद्रिक नीति की समीक्षा थोड़ी ज्यादा सतर्कता वाली है। केंद्रीय बैंक का सारा फोकस डॉलर की चाल और क्रूड के भाव पर है।
वैश्विक मंदी की आहट से बाजार के कई सेक्टरों के बारे में निवेशकों के मन में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अब तक के पसंदीदा बैंकिंग और आईटी सेक्टर में हालात समझ में नहीं आ रहे हैं।
कोरोना महामारी के बाद से बाजारों में रौनक लौट रही है। इसी का असर है कि कई सेक्टर उम्मीद से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी प्रदर्शन के भरोसे आईसीआईसीआई डायरेक्ट के रिसर्च हेड पंकज पांडेय शेयर बाजार के कुछ सेक्टरों के बारे में मजबूत नजरिया रखते हैं।
राहुल: आईडीबीआई बैंक (Idbi Bank) में क्या 6 से 8 महीने के नजरिये से पैसा लगाया जा सकता है? क्या से 95-100 रुपये के स्तर तक जा सकता है? यूनियन बैंक (Union Bank of Indi) पर भी सुझाव दें।
दीपेन पटेल: एडवांस्ड एंजाइम टेक्नोलॉजीज (Advanced Enzyme Technologies) के 65 शेयर 420 रुपये के खरीद भाव पर हैं। क्या करना चाहिए ? सुझाव दें।
2020-21 की तीसरी तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर का समय। इन तीन महीनों में भारतीय शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों ने कैसा कारोबार किया?
पंकज पांडेयरिटेल रिसर्च प्रमुख, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीजमेरा आकलन है कि साल 2017 के अंत तक सेंसेक्स 30,200 और निफ्टी 9,150 पर होंगे।
भारतीय शेयर बाजार में इस समय जो सुस्ती चल रही है, वो लंबी तेजी से पहले की लग रही है। बाजार अगले एक साल में नयी ऊँचाई तय करेगा।