अमेरिकी बाजारों का भारतीय शेयर बाजार पर असर - शोमेश कुमार
डॉव जोंस को 34500 के ऊपर बंद होने दीजिये, इसका सर्वोच्च स्तर एक बार फिर देखने को मिल सकता है। इस तरह के ढाँचे में बाजार सर्वोच्च स्तर तक जाता है और नये स्तर भी बनते हैं।
डॉव जोंस को 34500 के ऊपर बंद होने दीजिये, इसका सर्वोच्च स्तर एक बार फिर देखने को मिल सकता है। इस तरह के ढाँचे में बाजार सर्वोच्च स्तर तक जाता है और नये स्तर भी बनते हैं।
डॉव जोंस का ट्रेंड सकारात्मक नहीं है। इसमें अब 33500 पर बाधा आ रही है, जो पहले 34500 के स्तर पर थी। अगर यह 200 डीएमए पर सपोर्ट ले रहा है और इसमें 33500 का स्तर निकल जाता है तो हम कह सकते हैं कि इसका हायर-लो वाला आधार बनने लगेगा।
प्रमुख ब्रोकिंग फर्म एंजेल ब्रोकिंग (Angel Broking) ने अरबिंदो फार्मा (Aurobindo Pharma), एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) और महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (Mahindra & Mahindra) के शेयर खरीदने की सलाह दी है।
अमेरिकी सरकार की इकाई एनएवीएसयूपी फ्लीट लॉजिस्टिक्स सेंटर (FLC) योकोसुका के साथ मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स (Mazagon Dock Shipbuilders Ltd) के मास्टर शिप रिपेयर एग्रीमेंट (MSRA) पर हस्ताक्षर करने के बाद कंपनी का शेयर में शुक्रवार (08 सितंबर) को तूफानी तेजी देखने को मिली। बीएसई पर कंपनी के प्रति शेयर का भाव 18.9% की बढ़त के साथ 2,483 रुपये की रिकॉर्ड ऊँचाई पर पहुँच गया।
नये वित्त-वर्ष 2025-26 और आने वाले वर्षों में भारतीय बाजार और अर्थव्यवस्था की दशा-दिशा कैसी रहने वाली है? किन क्षेत्रों को निवेश के लिए ज्यादा भरोसेमंद समझा जा सकता है?