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बाजार में घबराहट, लेकिन दायरे का निचला छोर करीब

राजीव रंजन झा : अभी एक अप्रैल की ही सुबह मैंने लिखा था कि अगर अप्रैल के पहले हफ्ते में निफ्टी 5600 के नीचे न जाये, तो यह मानना होगा कि इसने 200 एसएमए पर सहारा ले लिया।
लेकिन महज चार सत्रों ने निफ्टी ने 5600 का स्तर भी तोड़ा और इस प्रक्रिया में 200 दिनों के एसएमए को भी तोड़ दिया। कल निफ्टी का बंद स्तर 5575 रहा, 5600 से ठीक-ठाक नीचे और 200 एसएमए यानी 5638 से काफी नीचे।
इतना तो साफ है कि जनवरी से अब तक सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने निचले शिखर और निचली तलहटियों का सिलसिला शुरू कर दिया है। सेंसेक्स ने पहले जनवरी में 20,204 का शिखर बनाने के बाद मार्च में 19,755 का निचला शिखर बनाया। इसी तरह फरवरी के मध्य में 19,382 की तलहटी बनने के बाद मार्च की शुरुआत में 18,760 की निचली तलहटी बनी। मार्च के अंतिम कारोबारी दिन यानी 28 मार्च को सेंसेक्स ने 18,568 का स्तर छू लिया, जो मार्च के पहले हफ्ते में बनी तलहटी से नीचे है। गुरुवार 4 अप्रैल को यह इसके भी नीचे 18,474 तक फिसल गया, यानी एक और निचली तलहटी का बनना तय है।
निफ्टी की कहानी अलग नहीं है। इसने जनवरी में 6112 के शिखर के बाद फरवरी-मार्च में 5970-71 पर दो-तीन निचले शिखर बनाये। इसकी ताजा तलहटियों को देखें तो फरवरी में 5854 के बाद मार्च के पहले हफ्ते में 5664 की निचली तलहटी बनी और 28 मार्च को यह उससे भी नीचे 5605 तक फिसला। अब 4 अप्रैल को निफ्टी ने इसके नीचे 5566 का स्तर देख लिया।
ऐसे में अगर सेंसेक्स-निफ्टी फौरी तौर पर किसी वापस उछाल में 200 एसएमए के पास से ही सहारा लेकर पलटते भी हैं तो यह अंदेशा बना रहेगा कि वे 50 एसएमए तक की एक वापस उछाल भरने के बाद वापस नीचे का सफर शुरू कर दें। फिलहाल सेंसेक्स का 50 एसएमए 19,367 पर है, जबकि निफ्टी का 50 एसएमए 5856 पर है। दोनों के 50 एसएमए हर दिन कुछ नीचे आ रहे हैं।
अगर हम निफ्टी की 5548-6112 की उछाल की 38.2% वापसी देखें तो यह 5896 पर है, यानी 50 एसएमए इसके थोड़ा नीचे है। इस संरचना में 50% वापसी 5830 पर है। अगर निफ्टी नाटकीय ढंग से एकदम ऊपर की ओर न उछले तो काफी संभावना बनती है कि इसका 50 एसएमए धीरे-धीरे 5830 की ओर फिसलता जायेगा। इस तरह संभव है कि निफ्टी में अप्रैल में आने वाली कोई उछाल 5830-5896 के दायरे में ही कहीं निपट जाये, इससे ज्यादा ऊपर न जा सके। अगर ऐसा होता है तो निफ्टी 6112 और 5971 के बाद एक और निचला शिखर बना लेगा, जिसके बाद बारी होगी एक और निचली तलहटी की, जो जाहिर तौर पर 5600 से कहीं नीचे ही होगी। यानी अगर निफ्टी 02 अप्रैल के ऊपरी स्तर 5755 को पार कर भी ले, तो भी जनवरी से अब तक की संरचना में निचले शिखरों के बनते रहने की संभावना ज्यादा लग रही है।
अब ऐसा लगता है कि शायद सेंसेक्स और निफ्टी 2013 की शुरुआत से ही एक गिरती पट्टी बना रहे हैं। दोनों के लिए इस पट्टी की ऊपरी रेखा दरअसल जनवरी और मार्च के शिखरों को छूती है। फिलहाल दोनों ही इस गिरती पट्टी के निचले छोर को लगभग छू रहे हैं। अगर मौजूदा स्तरों के आसपास से पलट कर दोनों ऊपर इस पट्टी की ऊपरी रेखा को छूने चलें तो अप्रैल में ये कहाँ तक चढ़ सकते हैं? सेंसेक्स के लिए इस पट्टी की ऊपरी रेखा अप्रैल की शुरुआत में लगभग 19,500 पर थी, जबकि अप्रैल के अंत में यह 19,150 के पास होगी। निफ्टी के लिए ये स्तर 5900 और 5780 के हैं।
जब तक सेंसेक्स-निफ्टी किसी उछाल में इस रेखा को पार न करें तो यही माना जा सकता है कि बाजार इस गिरती पट्टी के अंदर चल रहा है। अगर इस पट्टी के अंदर चलते हुए बाजार मौजूदा स्तरों से एक वापस उछाल ले और उसके बाद पट्टी की ऊपरी रेखा से गिर कर निचली रेखा को छूने चले तो यह मुमकिन है कि अप्रैल के अंत या मई की शुरुआत तक सेंसेक्स करीब 18,000-18,200 के आसपास और निफ्टी करीब 5500-5450 पर नजर आये। हालाँकि अप्रैल के पहले हफ्ते में जिस तरह बाजार की घबराहट दिख रही है, उससे यह आशंका बनती है कि ऐसे निचले स्तर कहीं और जल्दी न मिल जायें।
आगे किसी वापस उछाल में अगर सेंसेक्स 19,000-19,500 के दायरे में लौटा तो वहाँ निवेशकों-कारोबारियों के लिए बड़ी उलझन होगी। अगर सेंसेक्स 19,000 के ऊपर निकला, तो यह छोटी अवधि के लिए कुछ सकारात्मक संकेत देने लगेगा। लेकिन 19,500 पार किये बिना यह इस गिरती पट्टी के ऊपर नहीं निकल सकेगा। अगर यह 19,500 के ऊपर निकला भी तो मार्च का शिखर 19,755 इसके लिए बाधा बन कर खड़ा हो जायेगा। इसी तरह निफ्टी के लिए मोटे तौर पर 5800 से 6000 का दायरा बड़ी दुविधा वाला होगा। लेकिन किसी उछाल में जब तक सेंसेक्स 19,755 और निफ्टी मोटे तौर पर 5950-6000 के दायरे को अच्छी मजबूती से पार नहीं करते, तब तक बाजार में कमजोरी लौटने की आशंका सताती रहेगी। निफ्टी 6000 के ऊपर जाने पर ही निचले शिखर बनने का सिलसिला खत्म होगा और बाजार में नयी जान लौट सकेगी।
निवेश मंथन के पिछले अंक में मैंने लिखा था कि “मोटे तौर पर ऊपर की ओर पहले 6000 पार करना और फिर 6112 से आगे निकलना निफ्टी के लिए नयी तेजी का संकेत होगा, जबकि नीचे की ओर 5650-5450 के बड़े दायरे में महत्वपूर्ण सहारा रहेगा। मध्यम से लंबी अवधि में बाजार की दिशा तय करने के लिए ये स्तर सबसे महत्वपूर्ण रहेंगे।” बाजार की मोटी कहानी आज भी यही है। इस लिहाज से भले ही बाजार में घबराहट ज्यादा दिख रही हो, लेकिन यह अपने बड़े दायरे के निचले छोर के पास है। इसके चलते अगर यहाँ एक वापस उछाल मिले तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं, लेकिन अभी हर वापस उछाल शक की नजर से ही देखी जायेगी। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 05 अप्रैल 2013)

Comments 

M K Chopra
0 # M K Chopra -0001-11-30 05:21
simple & comfortably understandble. Thanks
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