फिर चल पड़ी गाड़ी?
राजीव रंजन झा
जब किसी गाड़ी का इंजन चालू होने में दिक्कतें दे रहा हो, तो आप आशा-निराशा के बीच झूलते रहते हैं। जब इंजन चालू होने जैसी आवाजें देता है तो आपकी उम्मीदें बढ़ जाती हैं। जब दो-चार झटके देकर इंजन शांत पड़ जाता है तो आपकी उम्मीदें भी ठंडी पड़ जाती हैं। कुछ यही हाल इस समय भारत के ऑटो क्षेत्र का है।
नवंबर-दिसंबर की बिक्री के आँकड़ों ने ऑटो क्षेत्र को बुरी तरह निराश किया था। अब जनवरी के आँकड़ों ने फिर से कुछ उम्मीदें जगा दी हैं। जनवरी में मारुति की घरेलू बिक्री साल-दर-साल 5.6% बढ़ी है, यह बीते नवंबर और दिसंबर की मासिक बिक्रियों से तो ज्यादा है ही। सबसे खास बात यह है कि कंपनी के 25 वर्षों के इतिहास में यह अब तक की सबसे ऊँची मासिक बिक्री है। इसे क्या कहेंगे – मंदी, धीमापन?