कारोबारी हफ्ते के पहले दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक मामूली बढ़त के साथ सपाट बंद हुए।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स (Sensex) 28,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया, लेकिन जल्द ही इस स्तर से नीचे फिसल गया।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 6 अंक यानी 0.02% की मामूली बढ़त के साथ 27,875 पर रहा। निफ्टी 7 अंक यानी 0.09% की मामूली बढ़त के साथ 8,344 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 0.04% की बढ़त रही। बीएसई के स्मॉलकैप (Smallcap) में 0.16% और बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 0.14% की बढ़त रही। क्षेत्रों के लिहाज से एफएमसीजी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स 28,000 के स्तर को पार कर गया। इस दौरान सेंसेक्स 28,028 और निफ्टी 8,383 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये। हालाँकि सेंसेक्स जल्द ही इस स्तर से नीचे फिसल गया। कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। इसके बाद बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में लाल निशान के ऊपर-नीचे कारोबार होता रहा। मजबूत यूरोपीय संकेतों के बावजूद घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर के कारोबार में बाजार में गिरावट बढ़ी। इस दौरान सेंसेक्स 27,765 और निफ्टी 8,304 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा, लेकिन इस दौरान बाजार में भारी उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। कारोबार के आखिरी मिनटों में बाजार हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा। आखिरकार, सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में एकदम सपाट बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से एफएमसीजी को सबसे ज्यादा 2.81% का फायदा हुआ। कंज्यूमर ड्यूरेबल् में 1.00%, पावर में 0.84% और हेल्थकेयर में 0.47% की मजबूती रही। दूसरी ओर, तेल-गैस में 1.29%, कैपिटल गुड्स में 1.01%, बैंकिंग में 0.53% ऑटो में 0.34% की गिरावट रही। रियल्टी में 0.13%, धातु में 0.10%, टीईसीके में 0.09% और आईटी में 0.06% की कमजोरी रही।(शेयर मंथन, 10 नवंबर 2014)
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