बुधवार को भारतीय शेयर बाजार ने सुबह हरे निशान में शुरुआत की, मगर इसके बाद दोपहर तक बेहद छोटे दायरे में लाल हरे निशान में झूलता रहा।
दोपहर के बाद इसने कमजोरी का रुझान दिखाया और दिन के निचले स्तरों के पास ही बंद भी हुआ, हालाँकि इसका नुकसान ज्यादा बड़ा नहीं रहा। बीएसई का सेंसेक्स 119.45 अंक या 0.46% की गिरावट के साथ 25,960.03 पर बंद हुआ। इस तरह केवल दो दिन, सोमवार और मंगलवार को 26,000 के ऊपर बंद होने के बाद सेंसेक्स फिर से 26,000 के नीचे लौट आया। आज सेंसेक्स सुबह 26,130.20 के ऊपरी स्तर तक चढ़ा, जबकि अंतिम मिनटों में 25,939.25 के निचले स्तर तक गिरा।
एनएसई के निफ्टी 50 (Nifty 50) की भी यही कहानी रही। इसने सुबह 7,944.75 का ऊपरी स्तर छुआ, जबकि अंतिम मिनटों में 7,889.85 तक फिसला। अंत में यह 32.70 अंक या 0.41% की कमजोरी दर्ज करते हुए 7,896.25 पर बंद हुआ। छोटे-मँझोले सूचकांकों की स्थिति तुलनात्मक रूप से बेहतर रही। बीएसई मिडकैप ने 0.21% और बीएसई स्मॉलकैप ने 0.07% की बढ़त दर्ज की। एनएसई में छोटे-मँझोले सूचकांक लाल निशान में रहे, मगर दिग्गज सूचकांकों के मुकाबले उनकी गिरावट हल्की ही रही। निफ्टी मिडकैप 100 ने 0.06% और निफ्टी स्मॉल 100 ने 0.18% की कमजोरी दिखायी।
सेंसेक्स के 30 दिग्गज शेयरों में से 21 शेयर लाल निशान में रहे। सबसे ज्यादा कमजोरी इन्फोसिस, टीसीएस, एसबीआई, मारुति, रिलायंस और विप्रो में दर्ज हुई। दूसरी ओर टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, डॉ. रेड्डीज लैब्स, एनटीपीसी, बीएचईएल और आईटीसी हरे निशान में बंद हुए। (शेयर मंथन, 30 दिसंबर 2015)
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