महिंद्रा ग्रुप (Mahindra Group) की प्रमुख सौर ऊर्जा कंपनी महिंद्रा सस्टेन (Mahindra Susten) और जापान की सबसे बड़ी और सबसे प्रमुख वैश्विक व्यापार और निवेश कंपनियों में से एक मित्सुई (Mitsui) ने करार किया है।
दोनों कंपनियों ने भारत में मिल कर सौर ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश, विकसित और संचालन करने के लिए हाथ मिलाया है।
समझौते के तहत मारवेल सोलरेन (Marvel Solren) में महिंद्रा सस्टेन की 51% बनी रहेगी, जबकि शेष हिस्सेदारी मित्सुई की होगी। मार्वल वर्तमान में 16 मेगावाट की संयुक्त क्षमता के साथ भारत में चार वितरित सौर परियोजनाओं को संचालित करती है, जिससे निजी ग्राहकों को उनके कार्बन उत्सर्जन कम करने में मदद मिलती है।
एक औसत भारतीय कोयला-आधारित बिजली संयंत्र के माध्यम से उत्पन्न बिजली की तुलना में चार परियोजनाएँ प्रति वर्ष लगभग 20,000 टन तक सीओ2 (CO2) उत्सर्जन को कम कर सकती हैं, जिससे भारत सरकार के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों में योगदान मिलेगा। (शेयर मंथन, 04 जून 2019)
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