सरकारी कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड भी अपने सोलर पावर के क्षेत्र में दायरा बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। इसी कड़ी में कंपनी ने आरवीयूएनएल (RVUNL) यानी राजस्थान राज्य विद्युत निगम लिमिटेड के साथ एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया है।
कंपनी ने यह करार 1190 मेगा वाट के सोलर प्रोजेक्ट के लिए किया है। आपको बता दें कि यह राजस्थान सरकार की ऊर्जा उत्पादन करने वाली कंपनी है। कोल इंडिया का किसी भी राज्य सरकार के साथ सोलर प्रोजेक्ट के लिए यह पहली तरह का समझौता पत्र है। इस प्रोजेक्ट पर करीब 8000 करोड़ रुपये निवेश का अनुमान है। कोल इंडिया के इस सोलर पावर प्रोजेक्ट से बीकानेर के पास करीब 2000 मेगावाट क्षमता वाली सोलर इकाई लगेगी। यह प्रोजेक्ट कई चरणों में पूरा किया जाएगा। इस सोलर पार्क को मंजूरी नवीकरणनीय ऊर्जा मंत्रालय से अल्ट्रा मेगा रिन्युएबल एनर्जी पावर पार्क योजना के तहत मिली है।
इस करार के तहत राजस्थान सरकार कोल इंडिया लिमिटेड को अतिक्रमण मुक्त जमीन मुहैया कराएगी। कोल इंडिया लिमिटेड इस जमीन पर सोलर प्रोजेक्ट विकसित करेगी। कंपनी का प्रोजेक्ट को 24 महीने के अंदर शुरू करने का लक्ष्य है। कोल इंडिया का यह अब तक का सबसे बड़ा पावर प्रोजेक्ट है। कंपनी अब तक अपने कुल लक्ष्य का 40% फीसदी क्षमता के लिए योजना बना चुकी है। कंपनी का 2023-24 तक 3000 मेगावाट क्षमता के सोलर पावर प्रोजेक्ट का महत्वाकांक्षी लक्ष्य है। कंपनी नेट जीरो एनर्जी पहल के तहत इस योजना को लागू करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।निवेश योजना और उसे लागू करने पर अंतिम फैसला प्रोजेक्ट के चरणबद्ध तरीके से पूरा होने के आधार पर लिया जाएगा। ग्रिड कनेक्टिविटी के लिए सुविधा आरवीयूएनएल (RVUNL) मुहैया कारएगी। कोल इंडिया लिमिटेड ने अब तक 265 मेगा वाट सोलर पावर प्रोजेक्ट को पूरा किया है। इस महीने के अंत तक 35 मेगावाट की क्षमता और जुड़ जाएगी। वित्त वर्ष 2023-24 तक कंपनी का 1200 मेगावाट अतिरिक्त क्षमता जोड़ने का लक्ष्य है।
(शेयर मंथन, 16 अक्टूबर 2022)
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