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बैंकिंग शेयरों में आज भी गिरावट

भारतीय शेयर बाजारों में आज बुधवार के कारोबार में भी बैंकिंग शेयरों में कमजोरी का रुख दिख रहा है। बीएसई में सुबह 11.50 बजे बैंकिंग सूचकांक में करीब 2% की कमजोरी है। कल के कारोबार में भी बैंकिंग शेयर दबाव में दिखे थे। निजी क्षेत्र के बैंकों में आईसीआईसीआई बैंक में 4.28%, फेडरल बैंक में 3.36% और एचडीएफसी बैंक में 2.06% की गिरावट है। यदि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की बात करें, तो इस समय आईडीबीआई, बैंक ऑफ इंडिया और कॉरपोरेशन बैंक में 2% से अधिक की गिरावट है।

इंडियन बैंक का मुनाफा 14% बढ़ा

इंडियन बैंक के लाभ में अक्टूबर-दिसंबर 2008 की तिमाही में 14% की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी का लाभ कारोबारी साल 2007 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के 307.5 करोड़ रुपये की तुलना में 31 दिसंबर 2008 को तिमाही में बढ़ कर 350.7 करोड़ रुपये हो गया है। कंपनी की आमदनी साल 2007 की इसी तिमाही के 1676 करोड़ रुपये के मुकाबले बढ़ कर 2071.37 करोड़ रुपये हो गयी है।

विप्रो का तिमाही मुनाफा 3.5% बढ़ कर 1004 करोड़ रु.

देश की प्रमुख आईटी कंपनी विप्रो ने अक्टूबर-दिसंबर 2008 की तिमाही में 1003.9 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल किया है। यह ठीक पिछली तिमाही से 3.5% और पिछले कारोबारी साल की तीसरी तिमाही से 18% ज्यादा है। कंपनी की आमदनी (कंज्यूमर केयर और लाइटिंग सहित) 6,618 करोड़ रुपये रही है, जो साल-दर-साल 25% ज्यादा है।

बराक ओबामा की शपथ – बड़ा दिन, बड़ी गिरावट

राजीव रंजन झा

अभी दो दिन पहले तक बाजार में जो एक हल्की तेजी बनी थी, उसके बारे में कहा जा रहा था कि यह बराक ओबामा के शपथ लेने से पहले का एक उत्साह है। लेकिन विडंबना देखिए, ठीक शपथ वाले दिन खुद अमेरिकी बाजारों में पिछले दो महीनों की सबसे तीखी गिरावट आयी है। इसे अमेरिकी इतिहास में किसी राष्ट्रपति के शपथ लेने वाले दिन की सबसे बड़ी गिरावट बताया जा रहा है। ओबामा के शपथ लेने के बाद के भाषण ने बाजार को जरा भी सहारा नहीं दिया, और बाद में तो ऐसा माहौल बन गया जिसकी तुलना लेहमान ब्रदर्स के ढहने के ठीक बाद फैली बदहवासी से की जा रही है। एक अहम बात यह भी है कि बराक ओबामा के चुने जाने से लेकर शपथ ग्रहण के दिन तक डॉव जोंस ने 14% का नुकसान सहा है। लेकिन क्या यह बराक ओबामा से किसी निराशा का नतीजा है? शायद नहीं।

आज बाजारों के कमजोर रहने की संभावना

आरके गुप्ता, एमडी, टॉरस म्यूचुअल फंड

वैश्विक संकेतों के नकारात्मक होने की वजह से आज भारतीय शेयर बाजारों में कमजोर शुरुआत होने की संभावना है और दिन भर यह कमजोरी बनी रह सकती है। अमेरिका में मेरिल लिंच के घाटे में जाने का अनुमान है, जिसका नकारात्मक असर बाजारों पर पड़ सकता है। इस समय बाजार पूरी तरह खबरों पर आश्रित हो गया है। अगर दो दिनों तक कोई नकारात्मक खबर नहीं आती, तो बाजार की भावना सकारात्मक हो जाती है और कोई भी नकारात्मक खबर बाजार को फिर से निराशा की ओर ढकेल देती है। इसी के अनुरूप लोग बिकवाली करते हैं और फिर शॉर्ट कवरिंग करने लगते हैं। इसकी वजह से बाजारों में एक निश्चित सीमित दायरे में कारोबार दिख रहा है।

डॉव जोंस में गिरावट, एशियाई बाजारों में लाली

बैंकों की खराब हालत की चिंताओं के बीच मंगलवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में कमजोरी का रुख रहा और डॉव जोंस में 332 अंकों की गिरावट दर्ज की गयी। आज सुबह एशियाई बाजारों में कमजोरी दिख रही है।  सिटीग्रुप और बैंक ऑफ अमेरिका की दिक्कतों के बीच हालांकि ब्रिटिश सरकार ने रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड को आर्थिक सहायता दी है और आगे भी मदद करने का आश्वासन दिया है, लेकिन इसके बावजूद निवेशकों की चिंता में कमी नहीं दिख रही है।

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