Quarterly Results : तिमाही नतीजे लायेंगे बाजार में नयी चाल? अरुण केजरीवाल से बातचीत
तिमाही नतीजों का मौसम शुरू हो चुका है और निफ्टी एक बार फिर 20,000 की ओर जाने का प्रयास कर रहा है।
तिमाही नतीजों का मौसम शुरू हो चुका है और निफ्टी एक बार फिर 20,000 की ओर जाने का प्रयास कर रहा है।
28 साल पुराने निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन लगातार जारी रखा है। इसकी स्थापना के समय से, यानी बीते 28 वर्षों का औसत वार्षिक प्रतिफल (रिटर्न) 22.2% का है, जबकि इसने 10 साल में 20%, 5 साल में 22.5%, 3 साल में 33.9% और 1 साल में 13.7% की दर से रिटर्न दिया है।
Expert Mayuresh Joshi : बाजार को इस बात की चिंता हो सकती है कि अगर इजरायल-फलस्तीन के संघर्ष में और देश शामिल होते हैं तो इसका असर कच्चा तेल जैसे उत्पादों पर देखने को मिल सकता है। ऐसा होने पर कई देशों की अर्थव्यवस्थाएँ प्रभावित होंगी और इसका दूरगामी प्रभाव हो सकता है। इस समय हम अमेरिकी बाजारों में ऊँची बॉन्ड यील्ड, मुद्रास्फीति और ऊँची ब्याज दरों से जूझ रहे हैं।
Expert Mayuresh Joshi : ओपेक देशों ने जिस तरह से कच्चा तेल की आपूर्ति में कमी करने की तैयारी की है, उसे देखते हुए ब्रेंट क्रूड के भाव बढ़ने का खतरा हो सकता है। संघर्ष का दायरा बढ़ने या लंबे समय तक खिंचने की वजह से सोना लोगों के लिये निवेश की पसंद हो सकता है।
Expert Mayuresh Joshi : अभी आने वाले तिमाही नतीजों से हमें समझ में आ जायेगा कि पहली छमाही कैसी रही और दूसरी छमाही कैसी रह सकती है। वैश्विक आर्थिक हालात और भूराजनीतिक हालात की वजह से निर्यातोन्मुख कंपनियों के कामकाज प्रभावित हो सकते हैं।