जुबिलेंट लाइफ साइंसेज (Jubilant Life Sciences) ने ऐसे जुटाये 350 करोड़ रुपये
प्रमुख दवा कंपनी जुबिलेंट लाइफ साइंसेज (Jubilant Life Sciences) ने 350 करोड़ रुपये की पूँजी जुटायी है।
प्रमुख दवा कंपनी जुबिलेंट लाइफ साइंसेज (Jubilant Life Sciences) ने 350 करोड़ रुपये की पूँजी जुटायी है।
लार्सन ऐंड टुब्रो (Larsen & Toubro) ने सहायक कंपनी लार्सन ऐंड टुब्रो इन्फोटेक (Larsen & Toubro Infotech) में अपनी 6.08% हिस्सेदारी घटायी है।
खबरों के कारण जो शेयर आज नजर में रहेंगे उनमें अरबिंदो फार्मा, मारुति सुजुकी, जी एंटरटेनमेंट, लार्सन ऐंड टुब्रो और वेलस्पन कॉर्प शामिल हैं।
आज अल्ट्राटेक सीमेंट (Ultratech Cement) की नामांकन, पारिश्रमिक तथा मुआवजा समिति की बैठक हुई।
जेएसडब्ल्यू स्टील (JSW Steel) और इसके प्रमोटरों ने मोनेट इस्पात (Monnet Ispat) में 88% हिस्सेदारी का अधिग्रहण कर लिया है।
खबरों के अनुसार टाटा मोटर्स (Tata Motors) की सहायक कंपनी जेगुआर लैंड रोवर (Jaguar Land Rover) की अगस्त में यूके बिक्री में साल दर साल आधार पर 66% की बढ़ोतरी दर्ज की गयी।
हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन (Hindustan Construction) को 500 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू के लिए निदेशक मंडल की मंजूरी मिल गयी है।
वित्तीय संकट से जूझ रही जेट एयरवेज (Jet Airways) के शेयर में 2.50% से अधिक की कमजोरी देखने को मिल रही है।
सेंसेक्स में 250 अंकों से अधिक की गिरावट के बावजूद सीएंट (Cyient) के शेयर में 5% की मजबूती देखने को मिल रही है।
जागरण प्रकाशन (Jagran Prakashan) ने एमएमआई ऑनलाइन (MMI Online) में अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदी है।
मुथूट फाइनेंस (Muthoot Finance) के अप्रैल-जून तिमाही मुनाफे में साल दर साल आधार पर 42.5% की बढ़त हुई।
वैश्विक विश्लेषणात्मक कंपनी क्रिसिल (Crisil) ने रिलायंस इन्फ्रा (Reliance Infra) के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचरों से 'डी' रेटिंग्स हटा दी है।
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा फाइनेंशियल (Mahindra & Mahindra Financial) ने 50 करोड़ रुपये के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचरों का आवंटन किया है।
जायडस कैडिला (Zydus Cadila) को ऐसीक्लोविर सोडियम इंजेक्शन के लिए अमेरिकी स्वास्थ्य नियामक यूएसएफडीए (USFDA) से मंजूरी मिल गयी है।
लार्सन ऐंड टुब्रो (Larsen & Toubro) से 81.30 करोड़ रुपये का ठेका मिलने से टेक्समो पाइप्स (Texmo Pipes) के शेयर में करीब 12.50% की उछाल आयी है।
कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का तेल कंपनियों के शेयरों पर नकारात्मक असर पड़ा है।