अच्छी निर्यात माँग के अभाव में बीते शुक्रवार को जीरा वायदा अनुबन्ध में भी कोई विशेष कारोबारी गतिविधि देखने को नहीं मिल सकी। व्यापारी आने वाले दिनों में जीरे की माँग में सुधार की संभावना व्यक्त कर रहे हैं। जिससे बाजार धारणा को समर्थन मिल रहा है।
जीरा उत्पादक मुख्य राज्यों में कम बारिश के चलते मंडियों में जीरे की स्टॉक में कमी आयी है जिस कारण जीरे की कीमतों को समर्थन मिल सकता जीरे के लिए रेलिगेयर का अनुमान है कि जीरे के निर्यात में सुधार आने की संभावना को देखते हुए बाजार धारणा को समर्थन मिलने की उम्मीद है।
एनसीडीईएक्स में अक्टूबर वायदा के लिए इसका कल का बंद भाव 16,105 रुपये था। रेलिगेयर के मुताबिक आज इसे 15,935 और फिर 15,860 पर सहारा मिलने की उम्मीद रहेगी। आज इसके लिए 16,240 रुपये और 16,360 रुपये पर बाधा है। (शेयर मंथन, 12 अक्टूबर 2015)
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