सोयाबीन और सरसों में बरकरार रहेगी नरमी - एसएमसी
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की 70.64 से 68.46 तक मजबूती के साथ ही ऑयल मील के कम निर्यात जैसे कई कारणों से सोयाबीन वायदा की कीमतें पिछले तीन महीने से गिरावट के साथ कारोबार कर रही है।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की 70.64 से 68.46 तक मजबूती के साथ ही ऑयल मील के कम निर्यात जैसे कई कारणों से सोयाबीन वायदा की कीमतें पिछले तीन महीने से गिरावट के साथ कारोबार कर रही है।
हल्दी वायदा (अगस्त) की कीमतों को 6,800 रुपये के स्तर पर बाधा रहने की संभावना है और कीमतों में बढ़त पर रोक लगी रह सकती है।
कपास वायदा (जुलाई) की कीमतें नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार कर सकती हैं और कीमतें 21,000 रुपये तक लुढ़क सकती हैं।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की 70.64 से 68.46 तक मजबूती के साथ ही ऑयलमील के कम निर्यात जैसे कई कारणों से सोयाबीन वायदा की कीमतें पिछले तीन महीनों से गिरावट के साथ कारोबार कर रही हैं।
हल्दी वायदा (अगस्त) की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है।