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सैलरी कम होने पर भी मिल सकता है पर्सनल लोन, रखें इन बातों का ध्यान

कई बार देखने को मिलता है कि कम सैलरी होने पर जल्दी लोन नहीं मिलता है। लेकिन, परेशान होने की जरूरत नहीं है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो कम सैलरी होने के बावजूद आपको पर्सनल लोन मिल सकता है। वहीं, खराब क्रेडिट स्कोर वाले लोगों को लोन तो मिल जाता है, बस इसमें ब्याज दरों का फर्क हो सकता है।

हेल्थ इंश्योरेंस हुआ महँगा, प्रीमियम चुकाने के लिए हर महीने कर्ज ले रहे हजारों लोग  

आजकल स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च बढ़ने लगा है। इसलिये लोग स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेते हैं। अब उनका प्रीमियम भी सस्ता नहीं है। हालत ये हो गयी है कि प्रीमियम महँगा होने के कारण लोग हेल्थ कवर बनाये रखने के लिए लोन तक ले रहे हैं।

पिछले साल के मुकाबले इतना बढ़ा प्रत्यक्ष कर संग्रह, सरकार के खजाने में आये 25.86 लाख करोड़

चालू वित्त वर्ष में 16 मार्च तक देश के प्रत्यक्ष कर संग्रह में पिछले वित्त वर्ष की तुलना में जोरदार वृद्धि दर्ज की गयी है। इस संग्रह में कॉरपोरेट टैक्स से ज्यादा गैर-कॉरपोरेट टैक्स कलेक्शन है। ये कर भी करदाताओं से आयकर विभाग वसूलता है। वित्त वर्ष 2024-25 में 16 मार्च तक प्रत्यक्ष कर संग्रह 16.12% बढ़ने के साथ 25.86 लाख करोड़ रुपये का रहा है।

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कोई दूसरी मुद्रा नहीं, बना रहेगा प्रभुत्व : आशीष कुमार चौहान

एनएसई के एमडी और सीईओ आशीष कुमार चौहान की राय है कि अब तक डॉलर के अलावा कोई अन्य मुद्रा विश्व की रिजर्व करेंसी का स्थान लेने की स्थिति में नहीं आयी है। इसलिए डॉलर का प्रभुत्व अभी बना रहेगा। उन्होंने कहा कि वैश्विक वित्तीय बाजारों में बड़े पैमाने पर बदलाव हो रहे हैं और अस्थिरता अब कोई असामान्य बात नहीं रह गयी।

19 करोड़ हुई डीमैट खातों की कुल संख्या, लेकिन 21 महीने में सबसे धीमी बढ़त

भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों की रुचि लगातार बढ़ रही है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFSL) की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी 2025 तक देश में डीमैट खातों की कुल संख्या 19 करोड़ के आँकड़े को पार कर गयी। हालाँकि, इस दौरान डीमैट खातों में वृद्धि की रफ्तार 21 महीने में सबसे कम रही।

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