कमजोर वैश्विक संकेतों की वजह से लगातार तीन दिन की मजबूती के बाद आज भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में कमजोरी बढ़ने से भी बाजार पर दबाव बढ़ा।
निफ्टी (Nifty) 6,100 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 186 अंक यानी 0.90% की गिरावट के साथ 20,537 पर रहा। निफ्टी 61 अंक यानी 1.00% गिर कर 6,091 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 0.17% की कमजोरी रही। बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) 0.00% पर एकदम सपाट रहा, जबकि बीएसई स्मॉलकैप (BSE Smallcap) में 0.16% की कमजोरी रही। क्षेत्रों के लिहाज से बैंकिंग और धातु क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
नकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। हालाँकि कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार की गिरावट में थोड़ी कमी आयी, लेकिन कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपबर के कारोबार में बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। इस दौरान बाजार ने एक बार फिर सँभलने की कोशिश की। कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार टूटता चला गया। निफ्टी 6,100 के स्तर से नीचे फिसल गया। इस दौरान सेंसेक्स 20,522 और निफ्टी 6,086 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में लाल निशान पर ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज बैंकिंग क्षेत्र में सबसे ज्यादा 1.63% की गिरावट रही। धातु में 1.01%, एफएमसीजी में 0.91%, तेल-गैस में 0.89%, टीईसीके में 0.66%, आईटी में 0.61%, ऑटो में 0.47%, रियल्टी में 0.17%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.12% की कमजोरी रही। हेल्थकेयर में 0.01% की मामूली कमजोरी रही। दूसरी ओर, पावर में 0.24% और कैपिटल गुड्स में 0.12% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 20 फरवरी 2014)
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