जानें कंटेनर कॉर्पोरेशन (कॉनकॉर) के शेयरों का 2025 का टारगेट क्या है?
सुबहाशीष रॉय ने कॉनकॉर्ड (कंटेनर कॉर्पोरेशन) को लेकर सवाल पूछा है कि क्या मौजूदा स्तर 717 पर और खरीदारी करनी चाहिए या नहीं।
सुबहाशीष रॉय ने कॉनकॉर्ड (कंटेनर कॉर्पोरेशन) को लेकर सवाल पूछा है कि क्या मौजूदा स्तर 717 पर और खरीदारी करनी चाहिए या नहीं।
नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट में अंकुर दीर्घकालिक विकास की दृष्टि से निवेश के लिए उनका सवाह हैं। मौजूदा स्थिति में इसका वैल्यूएशन लगभग 24-25 गुना दिखाई देता है। विकास दर अच्छी है।
आईटी सेक्टर में इस समय कमजोरी साफ दिखाई दे रही है। हाल के आंकड़ों के अनुसार इसमें लगभग 61.1% तक गिरावट देखी गई है। हालांकि बीच-बीच में हल्की रिकवरी की कोशिशें भी हुई हैं।
भारत में एफएनओ (F&O) बाजार की स्थिति को देखते हुए अगले हफ्ते होने वाली एक्सपायरी के लिए कुछ महत्वपूर्ण स्तरों पर ध्यान देना जरूरी है। अभी तक जिन स्तरों की चर्चा की गई है, उनमें यह सवाल उठता है कि इन्हें कितना गंभीरता से लिया जाए।
सुधीर जानना चाहते हैं कि उन्हें पर्सिस्टेंट सिस्टम्स (Persistent Systems) के शेयर में आगे क्या करना चाहिए? उनके पास पर्सिस्टेंट के 120 शेयर हैं, 4,284 रुपये का भाव है और उन्होंने इसे लंबी अवधि के नजरिये से लिया हुआ है।
सोने और चांदी दोनों ही इस समय निवेशकों की नजर में हैं क्योंकि इनके चार्ट पर अहम स्तर बनते दिख रहे हैं। सोने की बात करें तो फिलहाल इसमें कोई बड़ा बदलाव नजर नहीं आ रहा है।
बाजार रणनीति की दृष्टि से निफ्टी बैंक इस समय क्रूशियल जोन में खड़ा है। चार्ट्स बता रहे हैं कि 8 अगस्त की कैंडल और उसके बाद बने पैटर्न भविष्य की दिशा तय करेंगे। जानें बाजार विश्लेषक की राय।
JW Cement हाल ही में सूचीबद्ध हुई कंपनी है और निवेशकों के बीच इसे लेकर काफी उत्सुकता देखी जा रही है। हालांकि, इसकी लंबी अवधि की संभावनाओं पर राय बनाने के लिए अभी पर्याप्त आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं। कंपनी का ट्रैक रिकॉर्ड और वित्तीय प्रदर्शन समझने के लिए कम से कम कुछ सालों का डेटा होना ज़रूरी होता है, जबकि JW Cement के मामले में यह कमी साफ दिखाई देती है।
आदित्य बिड़ला कैपिटल (AB Capital) का मौजूदा स्तर पर स्टॉक काफी तेजी से ऊपर आया है और वैल्यूएशन की स्थिति थोड़ी stretched दिखाई देती है। सामान्यतः 2 से 2.5 गुना प्राइस-टू-बुक को वैल्यूएशन का आरामदायक जोन माना जाता है। यानी 225-250 रुपये के दायरे में यह स्टॉक एक अच्छा एक्यूम्युलेशन जोन हो सकता है। एक निवेशक का सवाल है कि आदित्य बिड़ला कैपिटल (AB Capital) को लेकर। उन्होंने लगभग 3 लाख रुपये का निवेश 248 रुपये के भाव पर किया है और उनका नजरिया 3-4 साल का है।
जेएसडब्ल्यू इंफ्रा (JSW Infra) के देखें तो यह बुनियादी तौर पर एक मज़बूत खिलाड़ी है और देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। लेकिन मौजूदा समय में स्टॉक वैल्यूएशन एडजस्टमेंट के दौर से गुजर रहा है। कंपनी के संचालन में कोई बड़ी समस्या नहीं है, बल्कि दिक्कत वैल्यूएशन की ऊंचाई को लेकर है। निवेशक का सवाल है कि जेएसडब्ल्यू इंफ्रा (JSW Infra) के 2000 शेयर 306 रुपये के भाव पर हैं और उनका नजरिया 1-2 साल का है। इस स्थिति में क्या करना उचित होगा?
आईटीसी (ITC) को लेकर विकास माथुर जी का सवाल है कि उन्होंने 408 के स्तर पर खरीदी की है और उनका नजरिया 6 महीने का है। इस अवधि में स्टॉक को लेकर सवाल है कि क्या यह 400-408 के बीच ही रहेगा या कोई बड़ा मूव देगा। दरअसल, आईटीसी लंबे समय से एक बड़े कंसॉलिडेशन जोन में है और इसकी ट्रेडिंग रेंज काफी स्पष्ट दिखाई देती है।
ताज जीवीके (Taj GVK) हमेशा डिफ़ॉल्ट रूप से निवेश की ओर झुकती है और साथ ही अल्पकालिक रुझान को भी देखते हैं। मौजूदा स्तर पर कंपनी का वैल्यूएशन हतोत्साहित करने वाला नहीं है। यदि बिक्री में 15% की वृद्धि मानी जाए तो यह वैल्यूएशन ठीक-ठाक लगता है। ताज जीवीके (Taj GVK) को लेकर सवाल है कि इसमें ट्रेड करना है या निवेश करना चाहिए है?
श्रीराम फाइनेंस मौजूदा समय में वैल्यूएशन के लिहाज से संतुलित स्थिति में है। कंपनी की एसेट ग्रोथ मजबूत है और 2x प्राइस-टू-बुक वैल्यू के आसपास होने के कारण इसमें कोई बड़ी दिक्कत नहीं दिखती। मौलिक (Fundamental) दृष्टिकोण से कंपनी मजबूत है और एनबीएफसी सेक्टर की क्रेडिट ग्रोथ इसके लिए सहारा बनी हुई है।
पीएफसी (PFC) कैसा प्रदर्शन कर सकता है। दरअसल, समय सीमा तय करना ज़रूरी है—3 महीने, 6 महीने या 3 से 5 साल के नज़रिए से तस्वीर अलग-अलग हो सकती है। फिलहाल पीएफसी का वैल्यूएशन आकर्षक माना जा रहा है, क्योंकि इसका प्राइस-टू-बुक अनुपात लगभग 0.5 गुना के आसपास है। इसकी परिसंपत्तियाँ (Assets) मज़बूत हैं और यही निवेशकों का भरोसा बनाए हुए हैं।
थॉमस कुक को लेकर निवेशकों के मनमें कई सवाल है। कंपनी ने हाल ही में टर्म लोन लिया है, जिसके चलते निवेशकों के मन में कई सवाल हैं। मौजूदा समय में थॉमस कुक का वैल्यूएशन लगभग 31 गुना है। यदि बिक्री (Sales) की वृद्धि दर 10–15% के आसपास रहती है और मुनाफा भी इसी अनुपात से बढ़ता है, तो यह स्टॉक लगभग सही या फेयर वैल्यूएशन पर कहा जा सकता है।
एसकेएफ इंडिया शेयर बेयरिंग और इंडस्ट्रियल सेक्टर को लेकर है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि फिलहाल पूंजीगत वस्तुओं (Capital Goods) और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में नई तेजी का चक्र शुरू नहीं हुआ है। जब मुनाफे का पूल सिकुड़ता है, तो अगला उछाल हमेशा एक नए आर्थिक चक्र के साथ ही आता है।