ब्याज दरें घटाना जरूरी
राजीव रंजन झा
इस 27 जनवरी को जब भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रेपो दर, रिवर्स रेपो दर और सीआरआर में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया था, तब उसे इस बात का एक अंदाजा तो रहा ही होगा कि दिसंबर महीना भारतीय उद्योग जगत के लिए कैसा बीता है। इसके बावजूद आरबीआई ने इस आधार पर दरों में बदलाव नहीं किया कि उसने पहले जितने कदम उठाये हैं, अभी उनका ही पूरा असर बाजार में दिखना बाकी है। लेकिन औद्योगिक उत्पादन के दिसंबर के आँकड़े शायद आरबीआई को स्थिति की फिर से समीक्षा के लिए मजबूर करेंगे।