समीर अरोड़ा ने बताया कि महज दो साल पहले शुरू हुआ हेलियोस म्यूचुअल फंड अब करीब 8,000 करोड़ रुपये के एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) तक पहुंच चुका है।
यह रकम 80 लाख करोड़ रुपये की म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के मुकाबले छोटी लगे, लेकिन हर बड़ी यात्रा की शुरुआत ऐसे ही होती है। उन्होंने याद दिलाया कि एलायंस म्यूचुअल फंड भी शुरुआती दौर में छोटे AUM के साथ ही प्राइवेट सेक्टर में नंबर वन बना था। समीर अरोड़ा ने स्पष्ट किया कि उनके लिए FII और DII के नजरिए में कोई टकराव नहीं है, क्योंकि निवेश का मूल सिद्धांत एक ही रहता है। हेलियोस की पूरी इन्वेस्टमेंट टीम पिछले 18 से 20 साल से एक साथ काम कर रही है, जिससे निवेश दर्शन में निरंतरता बनी हुई है। म्यूचुअल फंड, पीएमएस, एआईएफ और ऑफशोर निवेश को मिलाकर हेलियोस करीब 1.9 बिलियन डॉलर के एसेट्स मैनेज कर रहा है, जिसमें भारत-केंद्रित निवेश का बड़ा हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि म्यूचुअल फंड के जरिए अब वे भारत के मिडिल क्लास निवेशकों के पैसे को मैनेज कर रहे हैं, जो उनके लिए ज्यादा जिम्मेदारी और ज्यादा संतोष दोनों लेकर आता है। करीब दो लाख फोलियो और बड़ी संख्या में SIP निवेशक इस भरोसे को दिखाते हैं। समीर अरोड़ा के मुताबिक, हेलियोस की सोच हमेशा से आशावादी रही है और यही सोच म्यूचुअल फंड में भी झलकती है। कंपनी कोई नई बनाई हुई टीम नहीं है, बल्कि 20 साल से साथ काम कर रहे अनुभवी लोगों का समूह है।
(शेयर मंथन, 13 दिसंबर 2025)
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