पीजीआईएम म्यूचुअल फंड कहाँ बढ़ा रहा है निवेश : अभिषेक तिवारी से बातचीत
हाल के महीनों में शेयर बाजार में गिरावट के बीच क्या रही है पीजीआईएम इंडिया म्यूचुअल फंड की निवेश रणनीति और अब यह कहाँ बढ़ा रहा है अपना निवेश?
हाल के महीनों में शेयर बाजार में गिरावट के बीच क्या रही है पीजीआईएम इंडिया म्यूचुअल फंड की निवेश रणनीति और अब यह कहाँ बढ़ा रहा है अपना निवेश?
कई महीनों से चल रही भारी गिरावट के बाद हाल में भारतीय शेयर बाजार तेजी से सँभला है। क्या निवेशक इस वापसी पर भरोसा कर सकते हैं? क्या बाजार वैश्विक अनिश्चितताओं, तिमाही नतीजों में घटती आय वृद्धि (Earning Growth) और मूल्यांकन की चिंताओं से उबर गया है?
Expert Vikas Sethi: लार्जकैप स्टॉक में मेरा फोकस बैंकों पर है और इसमें निजी क्षेत्र का प्रमुख बैंक एचडीएफसी बैंक मुझे वर्तमान स्तरों पर बहुत अच्छा दिख रहा है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में भारतीय स्टेट बैंक अच्छे स्तरों पर है और एचडीएफसी बैंक के साथ ही इसमें भी खरीदारी करने की सलाह है।
Expert Vikas Sethi: मेरा मानना है कि आईटी और फार्मा सेक्टर में थोड़ी सतर्कता बरतने की जरूरत है। हमने देखा है कि बाजार की हाल की तेजी में आईटी क्षेत्र का प्रदर्शन उत्साहजनक नहीं रहा है। इसलिए मुझे लगता है कि अपने कारोबार के लिए अमेरिका पर निर्भर सेक्टर से अभी के लिए दूरी बनाना ठीक रहेगा।
Expert Vikas Sethi: उपभोग से मेरा मतलब सिर्फ एफएमसीजी स्टॉक नहीं है। इसमें कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, घरेलू उपकरणों और दोपहिया वाहनों को भी शामिल करना चाहिए। इसके बाद कैपेक्स की थीम की बात करें, तो कैलेंडर वर्ष 2024 में हमने देखा कि चुनावी वर्ष होने के कारण सरकारी व्यय में काफी सुस्ती रही।
Expert Vikas Sethi: मेरे हिसाब से अमेरिकी बाजार में तेजी के बाद करेक्शन का दौर शुरू हो गया है या होने वाला है। इसके अलावा बॉन्ड ईल्ड भी अब नीचे आ रहे हैं। यही कारण था, जिसकी वजह से विदेशी निवेशकों ने भारत और चीन के बाजार से अपने निवेश का रुख अमेरिकी बाजारों की तरफ कर दिया था।
Expert Vikas Sethi: शेयर बाजार में तीन-चार महीनों के बाद काफी अच्छी तेजी देखने को मिल रही है। पिछले कई दिनों से बाजार से ऐसे संकेत मिल रहे थे, जिससे वापसी का माहौल बनता महसूस हो रहा था।
सोने के भाव नये रिकॉर्ड स्तरों पर पहुँचे हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसका भाव 3000 डॉलर के ऊपर चला गया है। चाँदी भी इसके साथ ही जबरदस्त तेजी में है। यह तेजी अभी और आगे जारी रहेगी?
Expert Prakash Deewan: कमाई में बढ़ोतरी एकदम से नहीं दिखेगी। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में हमें कंपनियों की कमाई में दबाव दिखा था। वहीं तीसरी तिमाही में कई क्षेत्रों में ये दबाव हट गया था, तो कई जगह सुधार भी देखने को मिला था।
Expert Prakash Deewan: भारतीय अर्थव्यवस्था में वृद्धि नहीं होने की बात तो मैं नहीं मानता। लेकिन बाजार के स्तर पर कहें, तो मेरे हिसाब से इस साल के अंत तक कमाई में वृद्धि दिखनी शुरू हो जायेगी। चूँकि बाजार कई चीजों से प्रभावित होता है, इसलिए वो किसी भी कारण से गिर सकता है। इस पर किसी का बस नहीं है।
Expert Prakash Deewan: लोग एसआईपी में लंबी अवधि में बचत की सोच के साथ पैसा लगाते हैं। बाजार में जब गिरावट होती है, तो वो उसमें से निकासी नहीं करते क्योंकि बाद में जब बाजार बढ़ेगा तो उनके समूचे निवेश पर इसका अच्छा असर उन्हें देखने को मिलेगा।
Expert Prakash Deewan: दीवाली के आसपास एफआईआई ने भारतीय बाजार में बिकवाली शुरू की और यहाँ से पैसा निकाल कर वे अमेरिका ले गये। अमेरिकी बॉन्ड ईल्ड उस समय 4.6 तक चली गयी। बॉन्ड ईल्ड बढ़ने का मतलब है कि वहाँ के डेट यानी ऋण परिपत्र में पैसा लगाने पर 6.5% का प्रतिफल प्राप्त हो रहा था। इसमें उन्हें दोहरा फायदा था।
Expert Prakash Deewan: ये कहना तो मुश्किल है कि आईटीसी होटल्स का स्टॉक मल्टीबैगर बनेगा या नहीं, लेकिन देश के होटल कारोबार में ये कंपनी ताज होटल समूह के बाद दूसरे नंबर है। इसके अलावा इस स्टॉक की तुलना अगर ताज होटल के स्टॉक से करें, तो ये काफी सस्ता है। दरअसल, अभी तक इस स्टॉक को कोई होटल क्षेत्र का नहीं मान रहा है।
संदीप शर्मा : रेलवे स्टॉक आईआरसीटीसी और आईआरएफसी पर आपकी क्या राय है?
Expert Shomesh Kumar: मेरे हिसाब से निफ्टी आईटी सूचकांक खुद कह रहा है कि ये करेक्शन में है, तो हमें इसे मानना होगा। ये सूचकांक अभी डाउनट्रेंड में है, तो इसे पूरा करने देना चाहिए। इस गिरावट का स्रोत है अमेरिका और आईटी कंपनियों का सूचकांक नैस्डैक।
Expert Shankar Sharma: मेरा मानना है कि बाजार को नयी तेजी के लिए वक्त देना पड़ेगा। आप यूँ समझिये कि आईसीयू की स्थिति से बाजार पहले अपने रूम में वापस आयेगा और पूरी तरह ठीक होकर मैराथन दौड़ने में इसे समय लगेगा। इस मामले में ज्यादा आक्रामक नहीं होना चाहिए।