एंजेल ब्रोकिंग (Angel Broking) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि कारोबारी साल 2013-14 की तीसरी तिमाही में कंपनियों के मुनाफे में तिमाही-दर-तिमाही 3.2% की हल्की बढ़त दर्ज किये जाने की उम्मीद है।
चूँकि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही आईटी कंपनियों के लिए कमजोर तिमाही मानी जाती है, ऐसे में फर्म के अनुसार तीसरी तिमाही में आईटी क्षेत्र की टियर 1 कंपनियों के वॉल्युम में तिमाही-दर-तिमाही 2-3.4% की मामूली वृद्धि हो सकती है। इन कंपनियों में टीसीएस (TCS) का प्रदर्शन सबसे बेहतर रह सकता है। टियर 2 कंपनियों के वॉल्युम में इस दौरान तिमाही-दर-तिमाही 1.7-3.5% की वृद्धि का अनुमान एंजेल ब्रोकिंग ने व्यक्त किया है। इन कंपनियों में हेक्सावेयर (Hexaware) और पर्सिस्टेंट (Persistent) का प्रदर्शन बेहतर रहने की उम्मीद है।
वॉल्युम में ठीक-ठाक बढ़ोतरी, सेवाओं का मूल्य लगभग स्थिर रहने और मुद्राओं की चाल अनुकूल रहने की वजह से डॉलर मूल्य में टियर 1 कंपनियों की आमदनी में तिमाही-दर-तिमाही 2.3-3.6% की वृद्धि दर्ज की जा सकती है। लेकिन इस दौरान डॉलर के मुकाबले रुपये में हल्की मजबूती और वॉल्युम में सामान्य वृद्धि की वजह से इस तिमाही में कंपनियों के ऑपरेटिंग मार्जिन में तिमाही-दर-तिमाही 10 आधार अंकों की हल्की गिरावट आने की संभावना है।
इन्फोसिस (Infosys) की बात करें तो संसाधनों के बेहतर उपयोग और लागत के ऑप्टिमाइजेशन के लाभों की वजह से कंपनी के एबिटा मार्जिन में इस दौरान तिमाही-दर-तिमाही 21 आधार अंकों की बढ़ोतरी हो सकती है और यह 26.4% रह सकता है। हालाँकि इस दौरान टीसीएस का एबिटा मार्जिन तिमाही-दर-तिमाही 23 आधार अंकों की गिरावट के साथ 31.4% रहने की संभावना एंजेल ब्रोकिंग ने व्यक्त की है। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में विप्रो (Wipro) के एबिटा मार्जिन में 22 आधार अंकों की वृद्धि और एचसीएल टेक (HCL Tech) के एबिटा मार्जिन में 33 आधार अंकों की गिरावट हो सकती है।
एंजेल ब्रोकिंग ने टीसीएस के लिए खरीदारी की राय व्यक्त की है, लेकिन इन्फोसिस के लिए इसने न्यूट्रल रेटिंग दी है। (शेयर मंथन, 07 जनवरी 2014)
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