उतार-चढ़ाव के बाद भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक लगातार पाँचवे दिन गिरावट के साथ बंद हुए।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में कमजोरी बढ़ने से भी बाजार पर दबाव बढ़ा।
सेंसेक्स (Sensex) 94 अंक यानी 0.45% की गिरावट के साथ 20,693 पर बंद हुआ। निफ्टी 29 अंक यानी 0.47% गिर कर 6162 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.93% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.38% की कमजोरी और बीएसई स्मॉलकैप 0.36% की बढ़त रही। आज के कारोबार में धातु और रियल्टी क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले शेयर बाजारों से मिले कमजोर संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। निफ्टी 6200 के स्तर से ऊपर खुला। इस दौरान सेंसेक्स 20,890 और निफ्टी 6221 दिन के ऊपरी स्तरों पर रहे, लेकिन कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। निफ्टी 6200 के स्तर से नीचे लुढ़क गया। इस दौरान बाजार में गिरावट बढ़ी। सेंसेक्स 20,637 और निफ्टी 6145 दिन के निचले स्तरों तक चले गये। मजबूत यूरोपीय संकेतों के बीच बाजार में एक दायरे में कारोबार होता रहा। दोपहर के कारोबार में बाजार कुछ सँभलता नजर आया। इस दौरान बाजार एक बेहद सीमित दायरे में लाल निशान के ऊपर-नीचे होता रहा। कारोबार के आखिरी आधे घंटे में बाजार में गिरावट बढ़ी। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में लाल निशान पर ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज धातु क्षेत्र को सबसे ज्यादा 1.58% का घाटा हुआ। रियल्टी में 1.65%, तेल-गैस में 1.37%, पावर में 1.30%, आईटी में 1.29% और टीईसीके में 1.29% की गिरावट रही। बैंकिंग में 0.18% और एफएमसीजी में 0.07% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, कैपिटल गुड्स में 0.49% और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.21%, हेल्थकेयर में 0.12% और ऑटो में 0.09% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 07 जनवरी 2014)
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