Dollar-Rupee trading strategy : डॉलर-रुपये के कारोबार में इन स्तरों का रखें ध्यान
अमेरिका में महँगाई दर के आँकड़े आने के बाद डॉलर की ऊँचाई में कुछ रुकावट आयी है। इसके मुकाबले रुपया भी थोड़ा संभला है।
अमेरिका में महँगाई दर के आँकड़े आने के बाद डॉलर की ऊँचाई में कुछ रुकावट आयी है। इसके मुकाबले रुपया भी थोड़ा संभला है।
कच्चा तेल के भाव अभी और ऊपर जाएँगे या मौजूदा स्तरों के आसपास घूमते रहेंगे। दोनों ही परिस्थितियों में इसका रुपये पर कैस असर आयेगा?
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी एसबीआई (SBI) जर्मन डेवलपमेंट बैंक केएफडब्लयू (KfW) के साथ लोन को लेकर समझौता किया है।
दूसरी तिमाही में ओएनजीसी (ONGC) के मुनाफे में भारी गिरावट देखने को मिली है। इसकी वजह सरकार की ओर से लगाया गया विंडफॉल टैक्स है। तिमाही आधार पर ओएनजीसी के मुनाफे में 15.7% की गिरावट देखी गई है।
कच्चा तेल पिछले कुछ समय से जिस रफ्तार से चल है, क्या आने वाले समय में उसकी चाल बनी रहेगी या बाजार में सुधार आयेगा?
निफ्टी और बैंक निफ्टी में करेक्शन आने के पूरे-पूरे आसार हैं। इसके बावजूद बाजार विश्लेषक शोमेश कुमार बैंक निफ्टी में तेजी बनी रहने का अनुमान जता रहे हैं।