आंध्र प्रदेश पुलिस ने शनिवार को जानी-मानी ऑडिट फर्म प्राइस वाटरहाउस के दो ऑडिटरों को सत्यम घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किये गये दोनों ऑडिटरों, तलूरी श्रीनिवास और एस गोपालकृष्णन पर आपराधिक षडयंत्र और धोखाधड़ी के आरोप लगाये गये हैं। संभवतः देश में पहली बार ऐसे किसी मामले में किसी ऑडिटर की गिरफ्तारी हुई है। दोनों को हैदराबाद में आठवें अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। अदालत ने उन्हें 6 फरवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया है।
प्राइस वाटरहाउस ने इस पर अपनी टिप्पणी में कहा है कि "हमें इस बात का गहरा खेद है कि प्राइस वाटरहाउस के दो पार्टनरों को आगे की पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। हमें यह जानकारी नहीं है कि उन्हें किस आधार पर हिरासत में लिया गया है। पिछले एक पखवाड़े में हमारी फर्म ने हर जाँच में पूरा सहयोग दिया है और अधिकारियों की ओर से माँगे गये सभी दस्तावेज उपलब्ध कराये हैं। हम (सत्यम के) घपले का आकार और इसे करने के तरीकों को समझने के बारे में नियामकों की चिंता से पूरी तरह सहमत हैं। सत्यम में इतने बड़ा घपला होने और इसे छिपाये रखने की कोशिशों से हर किसी की तरह हमें भी धक्का लगा है। प्राइस वाटरहाउस अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग जारी रखेगी।"