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डॉव जोंस गिरा, एशिया में कमजोरी

अमेरिकी शेयर बाजारों में शुक्रवार को भी गिरावट का क्रम जारी रहा और एक दिन पहले 226 अंकों का नुकसान उठाने वाला डॉव जोंस शुक्रवार को भी 148 अंक फिसल गया। इस तरह जनवरी 2009 में इसे 8.8% से अधिक की गिरावट झेलनी पड़ी। आज सोमवार की सुबह एशियाई शेयर बाजारों में भी कमजोरी दिख रही है।  अमेरिकी वाणिज्य विभाग की रिपोर्ट में कहा गया कि साल 2008 की चौथी तिमाही में अमेरिकी अर्थव्यवस्था 3.8% सिकुड़ गयी।

ग्रासिम इंडस्ट्रीज का लाभ 40% घटा

ग्रासिम इंडस्ट्रीज के लाभ में 40% की गिरावट आयी है। कंपनी का लाभ अक्टूबर-दिसंबर 2008 की तिमाही में 329.56 करोड़ रुपये रहा है, जबकि पिछले वर्ष 2007 की इसी तिमाही में यह लाभ 553.79 करोड़ रुपये था। हालाँकि इस दौरान कंपनी की आमदनी में बढ़ोतरी हुई है। साल 2008 की दिसंबर तिमाही में कंपनी को 2734.12 करोड़ रुपये की आय हुई, जबकि पिछले वर्ष 2007 की इसी तिमाही में कंपनी की आय 2672.70 करोड़ रुपये रही थी।

यूनिटेक के मुनाफे में 94% की गिरावट

रियल्टी क्षेत्र की कंपनी यूनिटेक के मुनाफे में 94% की गिरावट आयी है। कंपनी का मुनाफा अक्टूबर-दिसंबर 2008 की तिमाही में 19.50 करोड़ रुपये रहा है, जबकि पिछले वर्ष 2007 की इसी तिमाही में यह 368.92 करोड़ रुपये था। इस दौरान कंपनी की आय में भी कमी आयी है। साल 2008 की दिसंबर तिमाही में इसे 324.67 करोड़ रुपये की आय हुई, जबकि साल 2007 की इसी तिमाही में इसकी आय 848.74 करोड़ रुपये रही थी।

महिंद्रा एंड महिंद्रा के लाभ में 99.7% की कमी

महिंद्रा एंड महिंद्रा (स्टैडअलोन) के लाभ में 99.7% की कमी आयी है। कंपनी का शुद्ध लाभ अक्टूबर-दिसंबर 2008 की तिमाही में 1.2 करोड़ रुपये रहा है, जबकि पिछले वर्ष 2007 की इसी तिमाही में यह शुद्ध लाभ 405.2 करोड़ रुपये था। कंपनी का कहना है कि वर्ष 2007 की तीसरी तिमाही में कंपनी को एकमुश्त 157.1 करोड़ रुपये का लाभ फॉर्जिंग ईकाई की इक्विटी सरंचना में बदलाव के कारण हुआ था। अगर विनिमय से हुई हानि को निकाल दें, तो कंपनी को अक्टूबर-दिसंबर 2008 की तिमाही में शुद्ध लाभ 121.3 करोड़ रुपये का होगा, जो कि पिछले वर्ष 2007 की इसी तिमाही में 238.8 करोड़ रुपये था।

भारत की जीडीपी 5.6% की दर से बढ़ेगी: ईआईयू

Manoj Vohra, EIUजानी-मानी अंतरराष्ट्रीय आर्थिक पत्रिका इकोनॉमिस्ट की इकाई इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (ईआईयू) का मानना है कि साल 2008-09 में भारत की जीडीपी केवल 5.6% की दर से बढ़ेगी। वैश्विक मंदी का असर केवल भारत पर ही नहीं, बल्कि चीन पर भी पड़ेगा और उसकी विकास दर घट कर केवल 6% रह जायेगी। यह 1990 के बाद से इसकी सबसे धीमी  बढ़त होगी। हालाँकि भारत सरकार का मानना है कि देश की आर्थिक विकास दर इस कारोबारी साल में 7% रहेगी, लेकिन ईआईयू भारत सरकार के इस अनुमान सहमत नहीं है। इसका कहना है कि वैश्विक आर्थिक मंदी के साथ-साथ घरेलू कर्ज बाजार के सिकुड़ने और मांग में आयी गिरावट से भारतीय अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ा है, जो लगातार बढ़ता जा रहा है।

भारतीय शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद

कारोबारी हफ्ते के अंतिम दिन भारतीय शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद हुए। बीएसई सेंसेक्स 188 अंकों की मजबूती के साथ 9,424 पर रहा। निफ्टी 51 अंकों की बढ़त के साथ 2,875 पर बंद हुआ। कमजोर वैश्विक संकेतों के मद्देनजर भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ खुला था, लेकिन दोपहर बाद शेयर बाजार में मजबूती आ गयी। शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 2.04% की बढ़त के साथ बंद हुआ। बीएसई मिडकैप सूचकांक में 1.31% और बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में 1.08% की मजबूती आयी। रियल्टी सूचकांक में 4.3%, धातु सूचकांक में 4%, तेल-गैस सूचकांक में 3.6%, एफएमसीजी सूचकांक में 2%, बैंकिंग सूचकांक में 1.9%, कैपिटल गुड्स सूचकांक में 1.8%, पीएसयू सूचकांक में 1.3% और ऑटो सूचकांक में 1% की उछाल आयी। आज कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, टीईसीके,आईटी और पावर सूचकांक में भी मजबूती आयी। आज केवल हेल्थकेयर सूचकांक में हल्की गिरावट रही।

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