सरकार से अधिक प्रोत्साहनों की आशा, आरबीआई दे मौद्रिक ढील : फिक्की (FICCI)
कारोबारी साल 2019-20 की दूसरी तिमाही में जीडीपी (GDP) के कमजोर आँकड़ों पर उद्योग जगत ने चिंता तो जतायी है, लेकिन इसे अनपेक्षित नहीं बताया है।
कारोबारी साल 2019-20 की दूसरी तिमाही में जीडीपी (GDP) के कमजोर आँकड़ों पर उद्योग जगत ने चिंता तो जतायी है, लेकिन इसे अनपेक्षित नहीं बताया है।
केन्द्र सरकार की ओर से जारी किये गये ताजा आँकड़ों के मुताबिक अक्टूबर 2019 में देश के आठ मुख्य उद्योग (Core Sector) 5.8% की दर से सिकुड़ गये।
वित्तीय वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही यानि जुलाई-सितंबर तिमाही में देश के जीडीपी विकास (GDP growth) की दर 4.5% रही है।
22 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) या फॉरेक्स 0.35 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ 448.60 अरब डॉलर के नये सर्वकालिक शिखर पर पहुँच गया।
वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान देश में 73.04 करोड़ टन कोयले का उत्पादन हुआ।