कारोबारी सप्ताह के पहले दिन सोमवार को अमेरिकी बाजार सपाट बंद हुआ।
मंगलवार को अमेरिकी बाजार के तीनो प्रमुख सूचकांक 1-1% से ज्यादा बढ़ोतरी के साथ बंद हुए।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services Ltd) में रीटेल रिसर्च के प्रमुख सिद्धार्थ खेमका के मुताबिक सोमवार (11 मार्च) को निफ्टी मेंं सकारात्मक शुरुआत हुई थी, लेकिन कमजोर वैश्विक संकेतों और मिडकैप और स्मॉलकैप रैली पर बाजार नियामक सेबी की चेतावनी के फलस्वरूप मुनाफावसूली देखने को मिली।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services Ltd) में रीटेल रिसर्च के प्रमुख सिद्धार्थ खेमका के मुताबिक शुक्रवार (09 फरवरी) को भारतीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में तेजी आने और सुस्त वैश्विक संकेतों की वजह से तीव्र बिकवाली देखने को मिली। कई एशियाई बाजारों में नये साल के मौके पर अवकाश था, जिससे वहाँ कारोबार नहीं हुआ।
मेक्सिकन सामानों पर शुल्क में देरी की उम्मीद के सहारे गुरुवार को अमेरिकी बाजार में मजबूती आयी।
वाशिंगटन के मेक्सिको के सामानों पर शुल्क टालने से कारोबारी सप्ताह के पहले दिन सोमवार को अमेरिकी बाजार में मजबूती दर्ज की गयी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड के अपने पड़ोसी देश मेक्सिको के सामानों पर शुल्क लगाने की घोषणा का अमेरिकी बाजार पर बुरा असर पड़ा है।
कोटक सिक्योरिटीज (Kotak Securities) में इक्विटी रिसर्च के प्रमुख श्रीकांत चौहान के मुताबिक मंगलवार (06 फरवरी) को प्रमुख सूचकांक में तीव्र उछाल के साथ निफ्टी 167 अंक और सेंसेक्स 454 अंक जोड़ कर बंद हुए।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services Ltd) में रीटेल रिसर्च के प्रमुख सिद्धार्थ खेमका के मुताबिक प्रमुख घटनाओं से पहले बुधवार (20 मार्च) को निफ्टी दायरे में रहा और 22 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 21839 के स्तर पर बंद हुआ।
अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनियों में चीनी निवेश पर अमेरिका के रुख के संबंध में फिर से अनिश्चितता बनी है।
कारोबारी सप्ताह के आखरी दिन शुक्रवार को अमेरिकी बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली।
अमेरिका और यूरोपियन यूनियन द्वारा वाहनों पर लगे शुल्क हटाने की संभावना से गुरुवार को अमेरिकी बाजार में बढ़ोतरी दर्ज की गयी।
कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन शुक्रवार को अमेरिकी बाजार के तीनों प्रमुख सूचकांक कमजोरी के साथ बंद हुए।
फोर्ड मोटर और अन्य कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों और यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) के अध्यक्ष मारियो द्रागी के बयान के बाद अमेरिकी बाजार में कमजोरी दर्ज की गयी।
यूरोपीय संघ के साथ व्यापार तनाव के कारण मंगलवार को अमेरिकी बाजार में कमजोरी आयी।
मंगलवार को अमेरिकी बाजार में कोई खास बदलाव नहीं आया।
राजेश तांबेसंस्थापक, नोमाडजिला फाइनेंशियल्सजून 2023 तक, यानी अगले छह महीने में सेंसेक्स 63,000-64,000 के आस-पास होगा। दिसंबर 2023 तक सेंसेक्स 65,000-66,000 के आस-पास रहेगा, क्योंकि 2024 में हमारे देश में आम चुनाव होंगे।
राजेश सतपुतेबाजार विश्लेषकनिफ्टी में हमने 7,500 से 18,880 तक की मजबूत तेजी देखी है और अब यह थोड़ा ठंडा होने का समय है। इसके कारण कुछ भी हो सकते हैं, मगर इसमें लंबे समय से एक गिरावट आनी बाकी है। फिबोनाकी रिट्रेसमेंट के अनुसार इसमें 23.6% वापसी (रिट्रेसमेंट) का स्तर 16,200 के पास और 38% वापसी का स्तर 14,540 के पास है। इस समय रणनीति और दृष्टिकोण सतर्कता वाला होना चाहिए और गिरावट के इस दौर को खरीदारी के लिए इस्तेमाल करना चाहिए।
सोमवार को अमेरिकी बाजार में जबरदस्त उछाल आयी, जिससे डॉव जोंस वापस 18,000 के ऊपर पहुँच कर बंद हुआ।
मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तर कोरिया की ओर से आने वाले किसी भी खतरे को आक्रामक रूप से प्रतिक्रिया देने की बात कही, जिससे बाजार में निवेशक बिकवाली करके सुरक्षित सेक्टरों में चले गये।
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