
सरकार ने पेट कोक (pet coke) के आयात को मंजूरी दे दी है। इसका इस्तेमाल ग्रेफाइट एनोड मेटिरियल बनाने में इस्तेमाल होता है। लीथियम ऑयन बैटरीज बनाने के लिए यह कच्चे माल के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। आपको बता दें कि ईंधन के तौर पर पेट कोक का आयात पूरी तरह से प्रतिबंधित है।
डीजीएफटी यानी डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (विदेशी व्यापार महानिदेशक, DGFT) की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है, कि नीडल पेट कोक यानी एनपीसी (NPC) के आयात को मंजूरी दे दी गई है, हालाकि ईंधन सहित दूसरे किसी भी उद्देश्य के लिए इसकी मंजूरी नहीं दी गई है। बिजली से चलने वाली गाड़ियों में लीथियम आयन बैटरीज का इस्तेमाल होता है। हालाकि डीजीएफटी ने साफ किया कि एनपीसी में सल्फर की मात्रा 0.8% से कम होना चाहिए, क्योंकि इसकी निगरानी राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा की जाती है। कम सल्फर वाले पेट कोक के आयात पर प्रतिबंध है। इसके आयात के लिए डीजीएफटी से मंजूरी अनिवार्य है, क्योंकि इंटीग्रेटेड स्टील इकाई में कुकिंग कोल के साथ ब्लेडिंग के लिए इस्तेमा किया जाता है। खासकर डिसल्फयूराइजेशन इकाई में इसका उपयोग होता है। वन और पर्यावरण मंत्रालय ने भी शर्त रखी है कि कम सल्फर वाले पेट कोक का इस्तेमाल स्टील उद्योग की ओर से ना ही ईंधन के तौर पर और ना ही व्यापार के लिए किया जाएगा। इलेक्ट्रिक स्टील फर्नेश में मुख्य वस्तु के तौर पर नीडल पेट कोक इस्तेमाल में लाया जाता है। शुक्रवार को एचईजी (HEG) का शेयर 9.51% चढ़ कर 1,301.50 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ था। वहीं ग्रेफाइट इंडिया का शेयर 12.26% चढ़ कर 376.70 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ था।
(शेयर मंथन 4 जून, 2023)
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