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एक वापस उछाल संभव, पर कितना होगा इसमें दम?

राजीव रंजन झा : बजट के दिन, यानी बीते गुरुवार को आयी तीखी गिरावट के बाद अगले दिन शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार ने कुछ सँभलने की कोशिश की और सोमवार को भी यह निचले स्तर से सँभलता नजर आया।
तो क्या इसे एक वापस उछाल (पुल बैक) की पृष्ठभूमि बनने के तौर पर देखा जाये? जनवरी 2013 में बने 6112 के शिखर से कल सोमवार के निचले स्तर 5664 तक की गिरावट में निफ्टी ने करीब साढ़े चार सौ अंक यानी 7% से ज्यादा नुकसान झेल लिया है। ऐसे में अगर इन स्तरों के आसपास एक वापस उछाल आये तो इसमें कोई अचरज वाली बात नहीं होगी। लेकिन ऐसी किसी वापस उछाल में यह देखना होगा कि उसका दमखम कैसा है। 
दरअसल 20 नवंबर 2012 की तलहटी 5548 से 29 जनवरी 2013 के शिखर तक की उछाल की 80% वापसी का स्तर 5661 पर है। कल का निचला स्तर 5664 लगभग इसी जगह है। ऐसे में निफ्टी के लिए दो स्वाभाविक स्थितियाँ बनती हैं। या तो इसकी गिरावट जारी रहे और यह 100% वापसी करे, यानी 5548 की पिछली तलहटी को छू ले, या फिर यहाँ से सँभल कर 61.8% वापसी के स्तर 5763 तक जाये। अगर यह 5763 पार कर सके तो अगला पड़ाव 50% वापसी का होगा, जो 5830 पर है। 
ध्यान रखें कि हाल की गिरावट के दौरान निफ्टी ने 5830 के स्तर को बचा कर रखने की एक कोशिश की थी। जब यह कोशिश नाकाम हो गयी, तो उसके बाद के 3 सत्रों में इसने 5830 के आसपास के स्तर छुए जरूर, लेकिन इसके ऊपर लौट कर टिक नहीं पाया। इसलिए अब अगर कोई वापस उछाल मिलती है, तो उसमें एक बार फिर 5830 एक महत्वपूर्ण बाधा का स्तर होगा। जब तक 5830 ठीक से पार नहीं होता, तब तक निफ्टी के लिए अपनी दिशा बदल पाना और सकारात्मक रुझान पा सकना मुश्किल होगा। 
एक और पहलू यह है कि निफ्टी के चार्ट पर अभी काफी विश्लेषक एक हेड एंड शोल्डर (सिर और कंधे) की संरचना बनती देख रहे हैं। इस संरचना में भी गर्दन की रेखा (नेक लाइन) 5830 के करीब है। यानी जब तक निफ्टी इसके नीचे है, तब तक किसी वापस उछाल पर भरोसा करना ठीक नहीं होगा। 
इस समय दैनिक चार्ट पर 10 दिनों का सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) 5811 पर और 20 एसएमए इससे कुछ ऊपर 5865 पर है। छोटी अवधि में सकारात्मक दिशा बने, इसके लिए एक शुरुआती शर्त यह है कि निफ्टी 10 एसएमए के ऊपर लौट कर टिक सके। 
लेकिन बिल्कुल छोटी अवधि के या एकदिनी सौदे करने वाले कारोबारियों के लिए 5699 के मौजूदा स्तर से 5763 और 5830 तक की वापस उछाल भी कम मायने नहीं रखती। दरअसल निफ्टी ने घंटेवार चार्ट पर ऊपरी शिखर ऊपरी तलहटी की संरचना बनाने का एक क्रम भी शुरू कर दिया है। लिहाजा अगर कोई 5680 पर घाटा काटने का स्तर तय करके इस वापस उछाल का फायदा उठाने की कोशिश करे तो इसमें भी कोई हर्ज नहीं। ऐसे सौदे में 5725, 5740, 5763, 5800 और 5830 के छोटे-छोटे कदमों को अगला लक्ष्य बनाते जायें और जो भी लक्ष्य हासिल होता जाये, उसे घाटा काटने का नया स्तर मानते जायें। दूसरी ओर, जब भी निफ्टी 5650 के नीचे फिसले तो 100 अंक की और गिरावट देखने के लिए तैयार रहें। ध्यान रखें कि ये निफ्टी हाजिर (स्पॉट) भाव के स्तर हैं। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 05 मार्च 2013)

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