
30 अप्रैल 2025 को पेश एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका द्वारा चीनी सामानों पर भारी टैरिफ लगाने से चीन की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है। यह रिपोर्ट चीन फेडरेशन ऑफ लॉजिस्टिक्स एंड परचेजिंग द्वारा किये गये एक आधिकारिक सर्वे पर आधारित है। इसमें बताया गया है कि अप्रैल में चीन को मिलने वाले निर्यात ऑर्डर कम हो गये हैं।
ट्रंप के टैरिफ के बाद बढ़ा तनाव
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप ने कुछ चीनी उत्पादों पर 145% तक का टैरिफ लगाया है। जवाब में चीन ने भी कुछ अमेरिकी सामानों पर 125% तक टैक्स लगाया है। इससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव और बढ़ गया है।
पीएमआई 16 महीनों के सबसे निचले स्तर पर
चीन का मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएसआई) मार्च में 50.5 से गिरकर अप्रैल में 49.0 पर आ गया है। यह पिछले 16 महीनों का सबसे निचला स्तर है। कैक्सिन के सर्वे में भी यह आँकड़ा 51.2 से घटकर 50.4 आ गया है।
बाहरी माँग में गिरावट से दबाव में चीन
विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरावट बताती है कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों से ऑर्डर कम हो रहे हैं, जिससे चीन की अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ रहा है। कैपिटल इकोनॉमिक्स के विशेषज्ञ जिचुन हुआंग ने कहा कि टैरिफ के कारण नकारात्मक भावनायें बढ़ गयी हैं, जिससे हालात और बिगड़ रहे हैं।
अमेरिका चाहता है कंपनियाँ वहीं पर प्रोडक्शन करें
ट्रंप की नयी नीति का मकसद यह है कि कंपनियाँ चीन में मैन्युफैक्चरिंग बंद करके अमेरिका में ही उत्पादन शुरू करें। इससे चीन को झटका लग रहा है।
चीनी सरकार की कोशिशें जारी
इस हफ्ते चीन के टॉप अधिकारी एक बैठक में जुटे, जहाँ उन्होंने अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाए रखने के उपायों पर चर्चा की। 2024 में चीन की जीडीपी 5% की दर से बढ़ी थी, लेकिन अब टैरिफ के असर से यह रफ्तार धीमी पड़ सकती है।
कमजोर हुआ बाजार का भरोसा
अप्रैल में चीन के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में माँग और सप्लाई दोनों धीमी हो गयीं। एक्सपोर्ट घटा, नौकरियाँ थोड़ी कम हुईं और कीमतों पर दबाव रहा। कैक्सिन रिपोर्ट के मुताबिक बाजार का भरोसा काफी कमजोर हुआ है।
(शेयर मंथन, 02 मई 2025)
(आप भी किसी शेयर, म्यूचुअल फंड, कमोडिटी आदि के बारे में जानकारों की सलाह पाना चाहते हैं, तो सवाल भेजने का तरीका बहुत आसान है! बस, हमारे व्हाट्सऐप्प नंबर +911147529834 पर अपने नाम और शहर के नाम के साथ अपना सवाल भेज दें।)