टाटा स्टील के लाभ में 56% की कमी
स्टील क्षेत्र की दिग्गज कंपनी टाटा स्टील के लाभ में 56% की कमी आयी है। कंपनी का लाभ अक्टूबर-दिसंबर 2008 की तिमाही में 466.24 करोड़ रुपये रहा है, जबकि पिछले वर्ष 2007 की इसी तिमाही में कंपनी का लाभ 1068.58 करोड़ रुपये था। इस अवधि में कंपनी की आमदनी में भी कमी आयी है। साल 2008 की दिसंबर तिमाही में कंपनी को 4810.63 करोड़ रुपये की आय हुई, जबकि पिछले वर्ष 2007 की इसी तिमाही में कंपनी की आय 5020.97 करोड़ रुपये रही थी।
धातु क्षेत्र की दिग्गज कंपनी जेएसडब्लू स्टील को अक्टूबर-दिसंबर,2008 की तिमाही में 127.5 करोड़ का घाटा हुआ है। कंपनी को अक्टूबर-दिसंबर, 2007 की इसी तिमाही में कंपनी को 355.37 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में आज दोपहर 1.57 बजे कंपनी का शेयर भाव 3.9% की कमजोरी के साथ 186.40 रुपये पर है, हालाँकि आज के कारोबार में यह 178.00 रुपये के निचले स्तर तक चला गया था।
मेतास इन्फ्रा के शेयरों में गिरावट का क्रम रुकने का नाम नहीं ले रहा है, हालाँकि विभिन्न समाचार माध्यमों में इस आशय की खबर है कि दक्षिणी रेल ने मेतास को दिये गये 250 करोड़ रुपये से अधिक के ठेकों को जारी रखने का फैसला किया है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में आज के कारोबार में भी मेतास इन्फ्रा के शेयर ने लोअर सर्किट छू लिया है। इस तरह यह अब तक लगातार चौदह कारोबारी सत्रों में लोअर सर्किट छू चुका है। बीएसई में आज बुधवार के कारोबार में मेतास इन्फ्रा के शेयर का भाव करीब 5% गिर कर 81.85 रुपये तक चला गया। गौरतलब है कि इससे पहले खबर आयी थी कि महाराष्ट्र सरकार ने मेतास इन्फ्रा को दिये गये करीब 480 करोड़ रुपये के ठेकों को रद्द कर दिया है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के आज के कारोबार में भी सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज के शेयर भाव में बढ़त का रुख है। दिन के कारोबार में एक समय 55.15 रुपये का ऊँचा स्तर छूने के बाद कंपनी का शेयर भाव सुबह 11.47 बजे करीब 10% की बढ़त के साथ 51.80 रुपये पर है। कल सत्यम के निदेशक बोर्ड ने गोल्डमैन सैक्स और एवेंडस को विभिन्न रणनीतिक विकल्पों की तलाश करने के लिए निवेश बैंकर नियुक्त करने का ऐलान किया था। कंपनी ने इन्हें रणनीतिक निवेशक की तलाश करने, इच्छुक निवेशकों से आशय-पत्र (एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट) हासिल करने और इस प्रक्रिया के बारे में उचित पारदर्शी तरीका अपनाने की जिम्मेदारी सौंपी है। साथ ही एलएंडटी की ओर से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि सत्यम में इसकी हिस्सेदारी और भी बढ़ सकती है।
राजीव रंजन झा